यदि आप जीवन के चुनौतीपूर्ण रास्ते से संतुष्ट नहीं हैं, तो यह कहना सही है कि हम सभी को कभी-कभी दबाव का अनुभव होता है। यह एक मानव अनुभव है ज
मन का गुलाम
यह भावनात्मकउपद्रव है जो हमें अंदर से ही जकड़ लेता है। हम खुद को बंधा हुआसोचते हैं जैसे कि एक पक्षी जो अपनीखुद की उड़ान नहीं कर सकता है